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गुरुवार, 6 जून 2013

झाड़ू के शकुन-अपशकुन

झाड़ू के शकुन-अपशकुन

ग्रंथों में कई मान्यताएं, परंपराएं, शकुन-अपशकुन बताए गए हैं। जिनका पालन करने पर व्यक्ति को सभी सुख-समृद्धि, धन-दौलत प्राप्त होती है।

यहां जानिए झाड़ू से जुड़े शकुन और अपशकुन, जो महालक्ष्मी की प्रसन्नता या अप्रसन्नता का संकेत देते हैं-
झाड़ू पर पैर रखना अपशकुन है। इसका अर्थ घर की लक्ष्मी को ठोकर मारना है।

यदि कोई छोटा बच्चा अचानक झाड़ू लगाने लगे तो अनचाहे मेहमान घर में आते हैं।

नए घर में पुराना झाड़ू ले जाना अपशकुन अशुभ होता है।

उलटा झाडू रखना अपशकुन माना जाता है।

अंधेरा होने के बाद घर में झाड़ू लगाना अशुभ होता है।

किसी के बाहर जाते ही तुरंत झाड़ू लगाना अशुभ होता है।

झाड़ू को कभी भी घर से बाहर या छत पर नहीं रखना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। ऐसा करने पर आपके घर में चोरी होने का भय बना रहता है।

झाड़ू को हमेशा ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां से वह किसी को दिखाई न दें। झाड़ू हमेशा छिपाकर रखना चाहिए।

कभी भी गाय या अन्य जानवर को झाड़ू से मारकर नहीं भगाना चाहिए। यह भयंकर अपशकुन होता है। ऐसा करने पर महालक्ष्मी आपके घर से चली जाती हैं।

कोई भी सदस्य किसी खास कार्य के लिए घर से निकला हो तो तुरंत उसके जाने के बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। यह अपशकुन माना जाता है। ऐसा करने पर उस व्यक्ति को असफलता का सामना करना पड़ सकता है

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